विरोधाभाष अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण


विरोधाभाष का अर्थ होता है किसी बात का विरोध करना अर्थात इस अलंकार में किसी बात के विरोध होने का आभाष होता है। अब हम इस आर्टिकल में विरोधाभाष अलंकार की परिभाषा तथा उदाहरण के बारे में समझने वाले हैं। विरोधाभाष अलंकार के बारे में आपको सम्पूर्ण जानकारी इस पोस्ट में मिल जायेगी।

विरोधाभाष अलंकार की परिभाषा

जहाँ पर किसी वस्तु का वर्णन करते समय विरोध न करते हुए भी विरोध का आभाष होता है तो वहां पर विरोधाभाष अलंकार पाया जाता है।

विरोधाभाष अलंकार के उदाहरण

बैन सुन्या जबतें मधुर, तबतें सुनत न बैन।

आग हूँ जिससे ढुलकते बिंदु हिमजल के।

शून्य हूँ जिसमें बिछे हैं पांवड़े पलकें।

उपरोक्त दिये गए उदाहरण में कहा गया है कि मैं आग हूँ जिससे वर्फ़ के गोले निकलते हैं जो कि सम्भव नहीं है अतः यह एक दूसरे के विरोधाभासी हैं इसलिए यहाँ पर विरोधाभाष अलंकार होगा।

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको विरोधाभाष अलंकार के बारे में उदाहरण सहित समस्त जानकारी प्रदान की है यदि आपको इस लेख में दी गई जानकारी पसन्द आयी हो तो इसे आगे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *