100+ Osho Quotes in Hindi | ओशो के महान विचार » KindStatus.com


Osho Quotes in Hindi: आज के इस लेख में आपके लिए ओशो के महान विचार लेके आए है। इस तरह की ओशो के महान विचार आपको मिलना मुश्किल है। आप यह लेख अपने मित्रो के साथ साझा कर सकते हैं।

Osho Quotes in Hindi

दोस्ती शुद्ध प्रेम है, यह प्रेम का सर्वोच्च रूप है,
जहाँ कुछ भी नहीं माँगा जाता,
कोई भी शर्त नहीं होती,
जहां बस देने में आनंद आता है।

एक भीड़, एक राष्ट्र, एक धर्म,
एक जाति का नहीं पूरे अस्तित्व का हिस्सा बनो,
अपने को छोटी चीज़ों के लिए क्यों सीमित करना सब संपूर्ण उपलब्ध है?

समझौता करना कायरता है,
सत्य कभी समझौता नहीं करता।

जीवन, आनंद और अध्यात्म के,
चरम को जानने के लिए मिला है,
इसलिए अपने को,
इतना व्यस्त कर लो की,
अन्य विचार मस्तिष्क में ना आ सके।

अपने आप को वैसे स्वीकार करें जैसे आप हैं,
और ये दुनियां का सबसे कठिन कार्य है,
क्योंकि ये आपकी ट्रेनिंग एजुकेशन और कल्चर के खिलाफ है।

आप बाहरी रूप को बदलते हुए कई जिंदगियां लगा देंगे,
फिर भी कभी संतुष्ट नहीं हो पायेंगे,
जबतक कि भीतर बदलाव नहीं होगा,
बाहर कभी भी परफेक्ट नहीं हो सकता है।

अपने कर्म ऐसे रखो कि,
ईश्वर के आगे तुम्हें,
शर्मिंदा ना होना पड़े।

अपने मस्तिष्क को,
पूरे विश्वास और उत्साह से नियंत्रण में ले,
इस अवस्था में किए गए कार्य,
सफल और मिलावट रहित होते हैं।

मूर्ख लोग दूसरों पर हँसते हैं,
वही बुद्धिमान खुद पर।

तुम स्वर्ग चाहो तो स्वर्ग मिलेगा,
नर्क चाहते हो तो नर्क,
यह तुम्हारे कर्म और विवेक पर निर्भर करता है,
ईश्वर ने तुम्हें विवेक देकर भेजा है।

सफलता के लिए यह जरूरी नहीं कि,
कितना सीखा जा सकता है,
बल्की सवाल ये है,
कि कितना भुलाया जा सकता है।

मै अधिक से अधिक एक द्वार हो सकता हूँ,
मुझसे होकर गुजर जाओ मुझसे बंधो मत,
यात्रा का आरम्भ मेरे साथ होता है, इसका,
अंत मुझ पर नही होता।

चिंता करने का अर्थ हे,
अस्तित्व से भी अपने को,
समझदार समझना,
कार्बन कॉपी कुरूप होती है,
इसलिए दूसरे जैसा बनने,
की कोशिश मत करो।

जितनी ज़्यादा ग़लतियां हो सकें उतनी ज़्यादा ग़लतियां करो,
बस एक बात याद रखना,
फिर से वही ग़लती मत करना,
और देखना, तुम प्रगति कर रहे होगे।

अगर आप बिना प्रेम के काम करते हैं,
तो आप एक गुलाम की तरह काम कर रहे हैं,
जब आप प्रेम के साथ काम करते हैं,
तब आप एक राजा की तरह काम करते हैं,
आपका काम आपकी ख़ुशी है,
आपका काम आपका डांस है।

तुम अपने शरीर का स्वयं मालिक हो,
क्योंकि ईश्वर ने तुम्हें अपने,
शरीर का मािलक बना कर भेजा है,
तुम्हारे शरीर के द्वारा किए गए कर्म,
तुम्हारे स्वयं अपने के माने जाएंगे।

इंसान खुद से मिला नहीं और खुदा से मिलने की बात करता है,
ज़िंदगी भर खुद को नजरअंदाज करता है।

जीवन बंद मुट्ठी नहीं खुला हाथ है,
जीवन में कोई रहस्य है ही नहीं,
या तुम कह सकते हो कि जीवन।

जो भी किया जा सकता है,
उसी वक़्त किया जा सकता है,
जिसे आप कल पर छोड़ रहे हैं,
जान लें, आप करना नहीं चाहते हैं।

एकांत रहने का मतलब अकेला नहीं होता,
एकांत का मतलब है एक का भी अंत।

आपको उन सभी कारणों की,
आलोचना करनी चाहिए,
जो आपके जीवन के लिए अहम हो,
चाहे वह अध्यात्म हो या अर्थ संबंधी विचार।

परमात्मा तुम्हारे भीतर स्वयं विराजमान है,
कहीं दूर बैठा हुआ नहीं इसे अपने भीतर,
प्रकाश के रूप में ढूंढो,
यह ज्योति की भांति है बरसात की भांति नहीं,
जो ऊपर से गिरता रहता है।

अगर आप सत्य देखना चाहते हैं,
तो न सहमती में राय रखिये और न असहमति में।

सफाई देने में और स्पष्ट करने में अपना कीमती समय बर्बाद ना करें,
लोग वहीं सुनते हैं, जों सुनना चाहते हैं।

तुम जिस दिन देखना सीख लोगे,
तब जानोगे,
शृंगार ना करना भी एक शृंगार है।

इंसान की ख़ामोशी जाहिर कर देती है,
कि वह कितना खुश है या कितना दुखी है।

तलाशो मत, पूछो मत, ढूंढो मत, खटखटाओ मत, मांगो मत,
शांत हो जाओ, तुम शांत हो जाओगे,
वो आ जाएगा, तुम शांत हो जाओगे,
उसे यहीं पाओगे, तुम शांत हो जाओगे,
तो अपने को उसके साथ झूलते हुए पाओगे।

एक कदम सनता की ओर अपने भीतर मैं,
को खोजोगे तो पाओगे की,
मैं का होना सबसे बडा झूठ है।

ठोकरें खा कर भी नहीं संभल तो मुसाफिर का नसीब है,
वरना पत्थरों ने तो अपना फर्ज निभा दिया।

केवल वह लोग जो कुछ भी नहीं बनने के लिए तैयार हैं,
वह प्रेम कर सकते हैं।

किसी के जैसा बनने की कोशिस न करे,
क्योंकि पहले से ही आप अनमोल है,
आप में सुधार की कोई ज़रूरत नहीं है,
आपको इसे जानने के लिए अनुभव के लिये,
अपने पास आना होगा।

अगर आप सच देखना चाहते हैं,
तो ना सहमती और ना असहमति में राय रखिये।

उस तरह से मत चलिए जिस तरह डर आपको चलाये,
उस तरह से चलिए जिस तरह प्रेम आपको चलाये,
उस तरह चलिए जिस तरह ख़ुशी आपको चलाये।

अधरों की खामोशी शब्दों के मौन,
अपने मन के अलावा,
समझे नहीं कोई और।

व्यक्ति की बुद्धि सदैव संदेह करती है,
भरोसा तो केवल हृदय ही जानता है।

जो कारण चाहते हैं वे कीजिए,
ये मत सोचिए लोग क्या कहेंगे,
क्योंकि लोग तो तब भी कहेंगे,
जब आप कुछ नहीं करेंगे।

मनुष्य का हमेशा डर के माध्यम से शोषण किया जाता है।

जेन लोग बुद्ध से इतना प्रेम करते हैं,
कि वो उनका मज़ाक भी उड़ा सकते हैं,
यह अथाह प्रेम कि वजह से है, उनमे डर नहीं है।

जीवन में दुख का कारण,
आप स्वयं होते हैं,
अगर आप दुख का बवंडर,
अपने मस्तिष्क के भीतर रखेंगे,
तो आपको दुख ही प्राप्त होगा।

सवाल यह नहीं है कि कितना सीखा जा सकता है,
बल्कि इसके उलट, सवाल यह है कि कितना भुलाया जा सकता है।

मैं व्यक्तिगत समस्याएं हल नहीं करता,
मैं तो व्यक्ति को मिठाने का उपाय बताता हूं,
जिससे सारी रामस्याएं पैढा होती हैं।

किसी से किसी भी तरह की प्रतिस्पर्धा की आवश्यकता नहीं है,
आप स्वयं में जैसे भी हैं एकदम सही हैं,
खुद को स्वीकार करिए।

जीवन नियमों के बिना अस्तित्व में है,
खेल नियमों के बिना अस्तित्व में नहीं हो सकते,
केवल झूठे धर्मों के नियम होते हैं,
क्योंकि झूठे धर्म एक खेल हैं।

कोई चुनाव मत करिए,
जीवन को ऐसे अपनाइए जैसे वो अपनी समग्रता में है।

ज्यादा चिंता मत करो क्योंकि,
ये चिंता आपके विकास को रोक देगी।

जब प्यार और नफरत दोनों ही न हो,
तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है।

कोई प्रबुद्ध कैसे बन सकता है ?
वह बन सकता है क्योंकि वो प्रबुद्ध होता है,
उसे बस इस बात को पहचानना होता है।

कोई सूत्र पकड़कर चलने की,
जीवन में जरूरत नहीं है,
क्योंकि परिस्थिति रोज बदल जाती है।

जिस दिन आप ने यह सोच लिया कि आपने ज्ञान पा लिया है,
आपकी मृत्यु हो जाती है क्योंकि अब ना कोई आश्चर्य होगा,
ना कोई आनंद और ना कोई अचरज,
अब आप एक मृत वाला जीवन जीयेंगे।

सारी शिक्षा व्यर्थ है,
सारे उपदेश व्यर्थ है अगर वे तुम्हें,
अपने भीतर डूबने की कला नहीं सीखाते।

सत्य कुछ बाहरी नही है जिसे खोजा जाना है,
ये कुछ अंदरूनी है जिसका एहसास किया जाना है।

कोई अगर बुद्ध के पैरों में घुंघरू बांध दे,
और नाचने को कहे और ऐसे ही मीरा को,
एक जगह बैठकर ध्यान करने को कहे,
तो नहीं हो पाएगा,
इसलिए जिसका जो स्वभाव है,
वह उसी मार्ग पर चलें अन्यथा नहीं।

आत्मज्ञान एक समझ है कि यही सबकुछ है,
यही बिलकुल सही है, बस यही है,
आत्मज्ञान यह जानना है कि ना कुछ पाना है और ना कहीं जाना है।

ये इम्पेर्फेक्ट है, और इसीलिए ये ग्रो कर रहा है,
अगर ये परफेक्ट होता तो ये मर चुका होता,
ग्रोथ तभी संभव है जब इम्पेर्फेक्शन हो।

जीवन में अपार खुशियां भरी हुई है,
चाहे तो आप इन्हें बटोर ले,
या इसको पाने के लिए तरसते रहे।

तनाव का अर्थ है,
आप वर्तमान परिस्थितियों से ऊब गए हैं,
जिस कारण आपका मस्तिष्क,
नियंत्रण में नहीं रह पाता है।

दो आदमी को साथ बांध देने से प्रेम नहीं होता,
प्रेम सामाजिक बंधन है,
यह हृदय के भीतर विराजमान परमात्मा का दान,
प्रेम शुद्धता है विवाह सामाजिक संरचना कानून व्यवस्था।

यहाँ कोई भी आपका सपना पूरा करने के लिए नहीं है,
सभी व्यक्ति अपनी तकदीर और अपनी हक़ीकत बनाने में लगे है।

जब भी कभी तुम्हें डर लगे, तलाशने का प्रयास करो,
और तुमको पीछे छिपी हुई मृत्यु मिलेगी,
सभी भय मृत्यु के हैं, मृत्यु एकमात्र भय-स्रोत है।

वृक्षों को देखो, पक्षियों को देखो, बादलों को देखो तारों को,
देखो और अगर तुम्हारी आंखें हैं तो तुम देख सकोगे कि,
पूरा अस्तित्व आनंदमय है सब कुछ बस आंनदित है।

जेन एकमात्र वह धर्म है जो एकाएक आत्मज्ञान सीखाता है,
इसका कहना है कि आत्मज्ञान में समय नहीं लगता,
ये बस कुछ ही क्षणों में हो सकता है।

खुद को वैसे स्वीकार करें जैसे आप हैं,
और ये दुनिया का सबसे कठिन काम है,
क्योंकि, ये आपकी ट्रेनिंग, एजुकेशन,
और कल्चर के खिलाफ है।

शुद्ध हो जाओगे बुद्ध भी हो जाओगे,
जब खुद की खूबी को पहचान पाओगे।

जहां ध्यान नहीं वहां जीवन नहीं,
ध्यान को जानो, जीवन को जानो।

इच्छाएं आपको ऐसी माया में,
जकड़ देती है जहां से,
छूट पाना असंभव हो जाता है।

अर्थ मनुष्य द्वारा बनाये गए हैं,
क्योंकि आप लगातार अर्थ जानने में लगे रहते हैं,
इसलिए आप अर्थहीन महसूस करने लगते हैं।

उम्मीद करते है की, आपको यह हमारा ओशो के महान विचार आपको जरूर पसंद आया होगा। आप हमारा यह लेख अपने मित्रो के साथ साझा कर सकते है, और हमें कमेंट में बता सकते है आपको हमारा यह लेख कैसा लगा।

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