150+ Dard Bhari Shayari | दर्द भरी शायरी » KindStatus.com


Dard Bhari Shayari: दोस्तों अभी आप बहुत उदास महसूस कर रहे हो या तो आपका भी किसी ने दिल तोड़ा है हमने उसी के ऊपर आपके लिए जख्म दर्द शायरी आपके लिए लेकर आए हैं। इस तरह के payar ka dard shayari in two lines या दर्द लव शायरी आपको कहीं नहीं मिलेंगे।

अगर आपको किसी की बात दिल पर लग गई हो उनके लिए अपना सीने में दर्द सहना शायरी भी है। इस तरह कि Bahut Dard Shayari in Hindi for Girlfriend भी है।

आजकल के इस नए युग में रिश्तो में अक्सर धोखे मिलते रहते हैं। यदि हम चाहते हैं कि हम खुश रहें, तो रिश्ते बनाने से पहले काफी सूझबूझ से कदम बढ़ाना चाहिए। तो इससे हम सामने वाले व्यक्ति पर भरोसा कर सकते हैं। और खभी देखा मिल जाये उनके लिए अपने इश्क़ सीने में दर्द सहन छुपाना शायरी लव हिंदी में लिखी हुई प्रस्तुत करते है।

Dard Bhari Shayari

ज़रा सी ज़िंदगी है अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है वो अनजान बहुत है। 

dard sad shayari

खामोश लबो पर भी राज़ कुछ गहरे होते है,
मुस्कुराहट के पीछे भी जख्म गहरे होते है,
हस्ती हुई उन आँखों की नमी को देखो,
जिन में छुपे हुए हज़ारो दर्द गहरे होते है। 

dard shayari

दर्द का एहसास होता है काँटों पे चलने के बाद,
आग की तपिश होती है आग पे चलने के बाद,
मत करो हम से बात कभी, मगर याद रखना,
हमारी कदर होगी आपको हमारे मर जाने के बाद। 

mohabbat dard bhari shayari

ज़िन्दगी बेरंग बेनूर सी क्यों है,
ज़िन्दगी की हर ख़ुशी हमसे दूर क्यों है?
वक़्त बीत जाएगा यूँ ही इंतज़ार में लगता है,
आखिर खुदा खुद में इतना मगरूर क्यों है?

zindagi dard bhari shayari

हो सकता है हमने आपका अनजाने में कभी दिल दुःखा दिया,
लेकिन तूने हमे दुनिया के कहने पर भुला दिया,
हम तो इस दुनिया में वैसे भी अकेले ही थे,
तो क्या हुआ तूने हमे ये एहसास दिला दिया।

Dard Sad Shayari

bewafa dard bhari shayari

ना जाने क्यूँ नज़र लगी ज़माने की,
अब वजह मिलती नहीं मुस्कुराने की,
तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज़ था,
हमारी आदत छूट गयी मनाने की।

kismat dard sad shayari

वो तो अपने दर्द रो-रो कर सुनाते रहे,
हमारी तन्हाइयों से आँखें चुराते रहे,
और हमें बेवफ़ा का नाम मिला,
क्योंकि हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे।

akelepan zindagi dard bhari shayari

दिल से ना पूछो की अंदर दर्द कितना है,
धड़कन से ना पूछो की बाकि खेल कितना है,
पूछना ही है तो जलती हुई लाश पूछो,
जिंदगी में गम और कफ़न में चैन कितना है। 

dard bhari shayari status

कोई रास्ता नहीं दुआ के सिवा,
कोई सुनता नहीं यहाँ खुदा के सिवा,
मैंने भी जिंदगी को बहुत करीब से देखा है,
मुश्किल में कोई साथ नहीं देता आंसुओं के सिवा। 

dard bhari zindagi hindi

जब चलना नहीं आता था,
तब गिरने नहीं देते थे लोग,
जब से संभाला है खुद को,
कदम कदम पर गिराने की सोचते है लोग।

Dard Shayari

ममता सोनी dard bhari shayari

आप से दूर हो कर हम जाएगे कहा,
आप जैसा दोस्त हम पाएंगे कहा,
दिल को कैसे भी संभाल लेंगे,
पर आँखों के आंसू हम छुपाएगे कहा।

शायरी दर्द भरी प्यार भरी

प्यार में कोई तो दिल तोड़ देता है,
दोस्ती में कोई तो भरोसा तोड़ देता है,
ज़िन्दगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे,
जो खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देता है।

आर०जे सदफ दर्द भरी शायरी

लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने से
जिन्दगी अधूरी नहीं होती,
लेकिन लाखों के मिल जाने से
उस एक की कमी पूरी नहीं होती है।

dard shayari in hindi

मत रहो दूर हमसे इतना के अपने फैसले पर अफसोस हो जाए,
कल को शायद ऐसी मुलाकात हो हमारी,
के आप हमसे लिपटकर रोए और हम खामोश हो जाए।

dard shayari 2 line

दिल जब टूटता है तो आवाज़ नही आती,
हर किसी को दोस्ती रास नहीं आती,
यह तो अपने अपने नसीब की बात है,
कोई भूलता ही नहीं और किसी को याद ही नही आती।

Mohabbat Dard Bhari Shayari

जिनके पास जिंदगी में देने के लिए
मोहब्बत के सिवा कुछ नही होता है,
उन्हें जिंदगी में दर्द के सिवा कुछ नही मिलता है। 

ना ये महफिल अजीब है, ना ये मंजर अजीब है,
जो उसने चलाया वो खंजर अजीब है,
ना डूबने देता है, ना उबरने देता है,
उसकी आँखों का वो समंदर अजीब है।

आँसू गिरने की आहट नहीं होती,
दिल के टूटने की आवाज नहीं होती,
अगर होता उन्हें एहसास दर्द का,
तो दर्द देने की उन्हें आदत न होती।

जहाँ खामोश फिजा थी, साया भी न था,
हमसा कोई किसी जुर्म में आया भी न था,
न जाने क्यों छिनी गई हमसे हंसी,
हमने तो किसी का दिल दुखाया भी न था।

मोहब्बत मुकद्दर है कोई ख़्वाब नही,
ये वो अदा है जिसमें हर कोई कामयाब नही,
जिन्हें मिलती मंज़िल उंगलियों पे वो खुश है,
मगर जो पागल हुए उनका कोई हिसाब नही।

Zindagi Dard Bhari Shayari

तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी,
बस खुद से खफा हैं,
जी रहे हैं बिन तमन्ना, 
शायद ये ही दर्द ए दिल की दवा हैं।

ज़ख्म तो आज भी ताज़ा है,
बस वो निशान चला गया,
इश्क तो आज भी बेपनाह है,
बस वो इंसान चला गया।

दिल में है जो दर्द वो किसे बताएं,
हँसते हुए ज़ख्म को किसे दिखाए,
कहती है ये दुनिया हमे खुशनसीब,
मगर नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ।

प्यार और शराब में छोटा सा फर्क हैं,
लेकिन ये फर्क बहुत बड़ा हैं,
प्यार दर्द देता हैं,
शराब दर्द भुला देता हैं।

किसी को चाहने का कोई बहाना नहीं होता,
दिल लगाने से कोई दीवाना नहीं होता, .
आशिक़ी सीखनी है तो हमसे सीखो,
मोहब्बत करने का मतलब सिर्फ उसे पाना नहीं होता।

Bewafa Dard Bhari Shayari

बेदर्द दुनिया में अभी जीना सीख रहा हूँ,
अभी तो मैं दुखों के जाम पीना सीख रहा हूँ,
कोशिश करूंगा तुम्हें मैं भी भुलाने की,
अभी तो मैं तेरे झूठे वादों को भुलाना सीख रहा हूँ।

जब तक दर्द न हो किसी के आंसू आया नही करते,
बिना वजह किसी का दिल दुखाया नही करते,
ये बात सुन लो कान खोल कर,
किसी के सपने तोड़ कर अपने सपने सजाया नही करते।

इस दुनिया में अजनबी रहना ही ठीक है,
लोग बहुत तकलीफ देते है,
अक्सर अपना बना कर।

अपने ही जब देते है जख्म तो दर्द खूब होता है,
न दिखता है, न बोलता है, बस महसूस होता है।

आरज़ू होनी चाहिए किसी को याद करने की,
लम्हें तो अपने आप मिलते रहते है।

Kismat Dard Sad Shayari

मज़बूरी में जब कोई जुदा होता है,
ज़रूरी नहीं कि वो बेवफ़ा होता है,
देकर वो आपकी आँखों में आँसू,
अकेले में वो आपसे ज्यादा रोता है।

प्यार के उजाले में गम का अंधेरा आता क्यों है,
जिसको हम चाहे वही रुलाता क्यों है,
अगर वह मेरा नसीब नही,
तो खुदा ऐसे लोगों से मिलाता क्यों है।

मोहब्बत की आजतक बस दो ही
बातें अधूरी रही,
एक मै तुझे बता नही पाया, और
दूसरी तुम समझ नही पाये।

नसीब बनकर कोई ज़िन्दगी में आता है,
फिर ख्वाब बनकर आँखों में समा जाता है,
यकीन दिलाता है कि वो हमारा ही है,
फिर न जाने क्यूँ वक़्त के साथ बदल जाता है।

जो तुम बोलो बिखर जाएँ जो तुम चाहो संवर जायें,
मगर यूँ टूटना जुड़ना बहुत तकलीफ देता है।

सोचा था हर दर्द बताएंगे
तुमसे मिलकर,
तुमने तो इतना भी नही पूछा कि
तुम खामोश क्यों हो।

Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari

हमें सताने की जरुरत क्या थी,
दिल मेरा जलाने की जरुरत क्या थी,
इश्क़ नहीं हीं था मुझसे तो कह दिया होता,
मजाक मेरा यु बनाने की जरुरत क्या थी।

उनके हर वादें को दिल से लगाते रहे,
दर्द सहकर भी हम वफा़ निभाते रहे,
ना जाने वो कौन सी मिट्टी के बने थे,
हमें खंज्जर मारकर भी मुस्कुराते रहे।

करनी थी बहुत सी बाते,
लेकिन शायद वक्‍त को नही था मंजूर,
मुझे तो कर दिया जुदा उसने,
लेकिन नही कर पायेगा तेरी यादो को मुझसे दू।

कोई ख्वाब था, बिखर गया, ख्याल था मिला नहीं,
मगर इस दिल को क्या हुआ ये क्यूँ बुझा पता नहीं,
तमाम दिन उदास दिन, तमाम शब उदासियाँ,
किसी से कोई बिछड़ गया, जैसे कुछ बचा नहीं।

हम भी फूलों की तरह कितने बेबस है,
कभी किस्मत से टूट जाते है,
कभी लोग तोड़ जाते है।

तुम दिल में न समाते तो भुला देते तुम्हें,
तुम इतना पास न आते तो भुला देते तुम्हें,
यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई,
आँखों में आंसू न आते तो भुला देते तुम्हें।

लोग दिखावा करते है साहब साथ देना तो दूर की बात है,
बस चंद कदमो में ही अपने भी परायो की तरह छोड़ कर चले जाते है।

वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं,
कहाँ से लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं,
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद,
वो ज़ख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं।

ना जाने कैसी नजर लगी है ज़माने की,
वजह ही नहीं मिल रही मुस्कुराने की।

दिल के दर्द छुपाना बड़ा मुश्किल है,
टूट कर फिर मुस्कुराना बड़ा मुश्किल है,
किसी अपने के साथ दूर तक जाओ फिर देखो,
अकेले लौट कर आना कितना मुश्किल है।

न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।

इक तेरे बगैर ही न गुजरेगी ये ज़िंदगी मेरी,
बता मैं क्या करूँ सारे ज़माने की ख़ुशी लेकर।

अगर भीगने का इतना शोक हे बारिश में
तो देखो इन आंखो में,
बारिश तो हर एक के लिए बरसती हे,
पर ये आसूं सिर्फ तुम्‍हारे लिए बरसते है ।।

उसने दोस्ती चाही
मुझे प्यार हो गया,
मै अपने ही कत्ल का
गुनहगार हो गया।

रिश्ते कभी खत्म नही होते है साहब
इस दुनिया में बस लोग कभी अपने तो
कभी किसी और के मतलब के लिए
उनका गला घोंट दिया करते है।

पलकों को कभी हमने भिगोए ही नहीं,
वो सोचते हैं की हम कभी रोये ही नहीं,
वो पूछते हैं ख्वाबों में किसे देखते हो?
और हम हैं कि एक उम्र से सोए ही नहीं।

मेरे दिल को तोड़ कर वो किसी और की बाहों में सो गया,
कितनी आसान से वेबफाई का नाम मजबूरी हो गया।

दुनिया में किसी से कभी प्यार मत करना,
अपने अनमोल आँसू इस तरह बेकार मत करना,
कांटे तो फिर भी दामन थाम लेते हैं,
फूलों पर कभी इस तरह तुम ऐतबार मत करना।

खो गया हूँ दुनिया की इस भीड मे,
मै खुद को भुलाता जा रहा हूँ,
पहले हर बात पर बहस करता था,
अब हर पल खामोंश होता जा रहा हूँ।

कितना दर्द भरा था उनका मुझे छोड़ के जाना,
सुना भी कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं,
कुछ इस तरह बरबाद हुए उनकी मोहब्बत में,
लौटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं।

क्यूँ वो रूठे इस कदर कि मनाया ना गया,
दूर इतने हो गए कि पास बुलाया ना गया,
दिल तो दिल था कोई समंदर का साहिल नहीं,
लिख दिया जो नाम वो फिर मिटाया ना गया।

रंग दिखाती हे ये जिदंगी कितने,
गैर भी हो जाते हे एक पल में अपने,
ना जाना कभी सपनों की दुनिया में
टूट जाते हे दिल, जब टूटते हे सपने।

ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है।

एक ये ख्वाहिश के कोई ज़ख्म न देखे दिल का,
एक ये हसरत कि कोई देखने वाला तो होता।

न जाने क्यूँ हमें आँसू बहाना नहीं आता,
न जाने क्यूँ हाले दिल बताना नहीं आता,
क्यूँ सब दोस्त बिंछड़ गए हमसे,
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता।

गुजारने को तो ये जिन्दगी तन्हा ही गुजार देंगे
मेरे दोस्त लेकिन तकलीफ में होने का फायदा ही यही है
की अपनों परायो में फर्क हो जाता है।

तेरे दिये हर दर्द को चुनकर
मैनें एक मकां बना लिया
जरूरत ना रही अब किसी की,
मैने अब मौत को गले लगा लिया।

क्या दुआ मांगू कि वो लौट आए मेरे पास,
क्या वो नहीं जानते कि उनके अलावा कुछ और नहीं मेरी ज़िन्दगी में।

क्यों मेरा नसीब मुझसे खफा हो जाता है,
जिसको भी अपना मानो बेवफा हो जाता है,
मेरी नज़रों को रात से शिकायत ना हो,
सपना नहीं होता पूरा और सवेरा हो जाता है।

ऐ मेरे खुदा ये मेरी दोस्‍ती आज कहा खो गई,
जो रहती थी मेरे करीब, वो मुझसे दूर कियो हो गई,
माना खता उनकी नही हमारी हे,
पर वो बिना बताऐ मु्झसे दूर क्‍यो हो गई।

अहसास मिटा, तलाश मिटी,
मिट गई उम्मीदें भी,
सब मिट गया पर जो न मिट
सका वो है यादें तेरी।

डूबी हैं मेरी उँगलियाँ खुद अपने लहू में,
ये काँच के टुकड़ों को उठाने के सज़ा है।

ए नसीब ज़रा एक बात तो बता,
तू सबको आज़माता है,
या मुझसे ही दुश्मनी है।

झूठी दिलासों से कोई नही होता है साहब क्योकि
यहा तो कुछ लोग अपने मतलब के लिए अपनों को भी पराया बना देते है।

आज फिर मैंने तेरे प्यार में कमी देखी,
चाँद की चाँदनी में भी कुछ नमी देखी,
उदास होकर लौट आए उस वक़्त हम,
जब तेरी महफ़िल गैरों से सजी देखी।

दिल मेरा जो अगर रोया न होता,
हमने भी आँखों को भिगोया न होता,
दो पल की हँसी में छुपा लेता ग़मों को,
ख़्वाब की हक़ीक़त को जो संजोया नहीं होता।

हर बात में आंसू बहाया नहीं करते,
दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते,
लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है,
दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते।

किसी को भूल कर सो जाना इतना असान नहीं होता,
ये दिल के दर्द हैं जनाब ये दिखाई नहीं देता।

निष्कर्ष: दोस्तों हमारा यह जख्म दर्द शायरी कैसा लगा हमें अवशय बताये। अपनी कुछ राय रखना चाहते हो तो वो भी आप हमें कमेंट के द्वारा बता सकते है।

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