150+ Mood Off Shayari in Hindi | मूड ऑफ शायरी » KindStatus.com
Mood Off Shayari in Hindi: आज के इस लेख में आपके लिए मूड ऑफ शायरी लेके आए है। इस तरह की मूड ऑफ शायरी आपको मिलना मुश्किल है। आप यह लेख अपने मित्रो के साथ साझा कर सकते हैं।
Mood Off Shayari in Hindi
आसान नहीं होता है उस शक्श को भुलाना जिसे आपने टूट कर चाहा हो,
किस्मत का भी रंग हजार है, जो मिल नहीं सकता बस उसी का इंतज़ार है।
जख्म कहां-कहां से मिले छोड़ इन बातों को,
जिंदगी तू यह बता सफर कितना बाकी।
नफरत नहीं है तुझ से, लेकिन अब मोहब्बत भी नहीं है,
बिछड़ने का दुःख तो बहुत है, पर अब मिलने की चाहत नहीं है।
अंधीर माँगने आया था रोशनी की भीक,
हम अपना घर ना जलाते तो और क्या करते
लव स्टोरी बस movies में अच्छी लगती है,
रियल लाइफ में तुम सच्ची मोहब्बत करके देख लो,
अगर आधी रात में रोना न आये तो कहना।
किसी से प्यार भरे लफ्जों के इंतजार में,
रो पडे़ खुद हम अपने आप को तसल्ली देते हुए।
कुछ लोग ज़िन्दगी में इतना अच्छा सबक सीखा जाते हैं,
कि फिर ज़िन्दगी में कुछ सिखने की चाहत ही नहीं होती।
सबके दिलो में बोछार लाई थी तू,
सबके लबो पर हसी लाई थी तू,
फिर क्यों पल भर की मेहमान बन कर आई तू,
क्यू रुखसत होकर दूर चली गई तू।
मेरी तो ख़्वाहिश थी की मैं सबको रौशनी बाँटू,
मगर ज़िन्दगी तूने बहुत जल्द बुझा दिया मुझको।
ये शर्त-ए-मोहब्बत भि अजीब है,
मैं पूरा उतरता हूँ, वो मयार बदल देता है।
जब भी मेरा Mood Off होता है, वोपल में मुझे हंसाती है,
न जाने कैसे वो मेरा हाल-ए-दिल, बिना बोले समझ जाती है।
मुझको छोड़ने की बजह तो बता जाते,
तुम मुझसे बेज़ार थे या हम जैसे हज़ार थे।
तू भुला दे मुझे इस बात का शिक़वा नही,
तू ने मुझे रुलाया इस बात का कोई गिला नही,
जिस दिन हमने तुझे भुला दिया,
बस तभी समझ लेना कि दुनिया मे हम नहीं।
सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें,
किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें,
फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा,
तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें।
हमारी आदत नहीं दिल दुखाने की,
हम तो हमेशा प्यार से पेश आते हैं,
बदले हुए अंदाज़ तो आपके है,
जो बिना बात किए चले जाते है ? ?
दर्द भी वही देते हैं, जिन्हें हक़ दिया जाता हो,
वर्ना गैर तो धक्का लगने पर भी माफ़ी मांग लिया करते हैं।
मेरे हातों के लख़ीरों में ये ऐब है,
मैं जिस जिस शकस को छू लूँ, वो वेर नही रहता।
मुझे प्यार हो गया ये तो सही हुआ,
मगर साला Mood Off हो गया।
मुझे छोड़ने की वजह तो बतातेे,
या मुझसे दिल भर गया या मुझ जैसे हजारों मिल गये।
नजरे गढ़ा कर मै तुम्हें यूँ हीं देखती रहूँ,
जो दर्द तुम छुपा रहे हो वो मै सहती जा रही हूँ।
है कोई बड़ा वकील इस संसार में,
जो मेरा हारा हुआ इश्क मुझे जीता दे।
उसे भूलना भी कितना मुश्किल होता है,
जिसने तुम्हें इतनी यादें दी हैं।
Feeling Sad.. Mood off.
कैसे नादान है हम दु:ख आता है तो अटक जाते हैं,
और सुख आता है तो भटक जाते हैं।
लफ़्ज़ टूटे लैब-ए-इंतेज़ार तक आते आते,
मार गए तेरे मयार तक आते आते।
ये दुनिया भी उसे रुलाती है,
जिसके पास आंसू पोछने वाला कोई नहीं होता।
सुना भी कूच नही, कहाँ भी कूच नही,
पर ऐसे बिखरि है ज़िंदगी की कश्मकश में,
के टूट भी कुछ नहि, और बचा भि कूच नहि।
सुना हैं काफी पढ़ लिख गए हो तुम,
कभी वो भी तो पढ़ो जो हम कह नहीं पाते।
जो अधूरी रह गयी थी वो कहानी सोचना,
बेट कर तनहा बातें पुराने सोचना।
मैने कीमत चुकाई थी तुम्हारे प्यार की,
तभी तो तुम मेरा ऐसे दिल दुखा रही हो।
चाँद का मिज़ाज भी तेरे जैसा है,
जब देखने की तमन्ना होती है, नज़र नही आता।
समंदर बेबसि अपनि किसी से कह नही सकता,
हज़ारों मील तक फायल है, फिर भि बह नही सकता।
तुम्हारी हसीं मुझे पसंद है,
और सायद तुम्हे मेरी अंशू।
MOOD OFF.
अगर आपका Mood off है,
तो एक लम्बी सांस लो और अगर मूड अच्छा है,
तो भगवान का शुक्रिया अदा करो।
पानी में पत्थर मत मारो उसे भी कोई पिता होगा,
जिंदगी में उदास कभी ना रहना यारों,
क्योंकि तुम्हें भी देख कर कोई जीता होगा।
तेरे मोहब्बत की आग में जल कर आए महबूब,
कुछ मै राख हुवा, कूच मै पाक हुवा।
हमारा उन से तालुख भी मिसाल-ए-शम्स-व-क़मर है,
एक राबता मसलसल, एक फ़ासला मसलसल।
मैं उससे कुछ बोल भी नही पता,
फिर भी न जाने कैसे वो मेरे दिल का हाल,
बिना बोले समझ जाती है।
बहुत जल्दी तुम्हे भुला देंगे ज़रा सब्र तो कीजिये,
आप की तरह बनने में थोड़ा वक़्त तो लगेगा हमे।
जीवन में विश्वास और प्यार दो ऐसे पंछी है,
अगर पहला उड़ जाये तो दूसरा भी उड़ ही जाता है।
तूझे मेरी हँसी अच्छी लगती थी,
ले आज वो भी तूझे दे दी ?
लोगो के दिल से खेलना तो हमे भी आता है,
लेकिन किसी का दिल तोड़ने की हमारी आदत नही है।
जिसके दिल पर भी क्या खूब गूजरी होगी,
जिसने इस दर्द का नाम मुहब्बत रखा होगा।
वो ख़रीब हि ना आए तो इझार क्या करते,
ख़ुद बेनी निशाना तो शिकार क्या करते,
मार गए पर खुली रखी आँखें,
इससे ज़्यादा किसी का इंतेज़ार क्या करते।
मेरे उम्र भर की मुसाफतें भी एक पल ना थका सकें,
तेरी एक नज़र की बेरुख़ी से मैं ज़रा ज़रा बिखर गया।
मुझसे मौत ने हँस के पुछा,
मै आंऊगीं तो मेरा कैसे स्वागत करोगे?
मैने भी हँस के जबाब दिया की,
फूल बिछा कर बैठूंगा कि इतनी देर कैसे लगी।
इश्क की हमारे बस इतनी सी कहानी है,
तुम बिछड गए हम बिख़र गए,
तुम मिले नहीं और,
हम किसी और के हुए नही।
किसी से प्यार करने के लिए,
खुद के अंदर पहले फीलिंग होनी चाहिए।
वो मेरा नही, फिर भय मेरा है,
ये कैसी उमीद ने मुझे घेरा है।
अगर रिश्ता रखना है,
तो झूटे तारीफों के पुल बांधते जाइए,
और रिश्ता खत्म करना है,
तो केवल लोगों की सच्चाई बयां कर दीजिए।
हमेशा गलती धुनते रहते हो,
प्यार से भी कभी बात तो कर लिया करो।
ये भी मुमकिन हाय के लौट ना सकूँ कभी,
ये भी जायज़ है के तुम इंतेज़ार ना करो।
भुला देंगे तुमको ज़रा सब्र तो कीजिये,
आपकी तरह मतलबी बनने में थोड़ा वक़्त तो लगेगा हमे।
ये तो पता है कि प्यार में नुकसान होता है,
अंदाजा नहीं था कि सारा हमारा होगा।
होना था तुम्हारा बस यही उम्मीद थी,
तुमनें ठुकराया और हम हमारे हो गए।
एक अजीब सा मंजर नज़र आता है,
हर एक आँसू समंदर नज़र आता हैं,
कहाँ रखु मैं शीशे सा दिल अपना,
हर किसी के हाथ में पत्थर नज़र आता हैं।
अगर मैंने आपका नंबर डिलीट कर दिया तो समझ लेना,
जिंदगी से डिलीट कर दिया।
मैं अपनी ज़िन्दगी दाव पर लगा दुगा,
तुम सिर्फ अपनी मुस्कुराने कि कीमत बताओ।
वो शख़्स एक छोटी सी बात पे यूँ चल दिया,
कैसे उसे सदियों से किसी बहाने की तलाश थी।
शायद कोई तो कर रहा है मेरी कमी पूरी,
तब ही तो मेरी याद तुम्हे अब नहीं आती।
ये तो ज़मीन की फितरत है की,
वो हर चीज़ को मिटा देती हे वरना,
तेरी याद में गिरने वाले आंसुओं का,
अलग समंदर होता।
शाम भी थी धुआँ धुआँ हुस्न भी था उदास उदास,
दिल को कई कहानियाँ याद सी आ के रह गईं।
मेरे पास उन लोगों की परवाह करने का बिलकुल समय नहीं,
जो मुझे सिर्फ परेशानियां ही देते हैं।
तुमसे बिछड़ना एक पल भी गवारा नहीं था,
पर रोकते भी कैसे तुम्हे तू हमारा जो नहीं था।
सुकून भी पास है अपने,
ग़मों का काफिला भी है,
लबों से कुछ नहीं कहते,
मगर दिल में गिला भी है।
जो छोटी-छोटी बातों को दिल पर लगा Mood Off कर जाया करोगे,
तो जिंदगी के तमाम मौके तुम फिजूल में गंवाया करोगे।
जब हमें पता ही नहीं होता कि किस से नफरत करनी है,
तो हम खुद से ही नफरत करने लगते हैं।
प्यार मे कोई दिल तोड़ देता है,
दोस्ती मे कोई भरोसा तोड़ देता है,
ज़िंदगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे,
जो खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देता है।
दुनियावालो का ये दस्तूर कैसा हे,
मोहब्बत को पाने का ये कसूर कैसा,
अगर मोहब्बत एक सजा हे तो,
इंसान को मोहब्बत सिखानेवाला रब बेक़सूर कैसा।
न वो आ सके, न हम कभी जा सके,
न दर्द दिल का किसी को सुना सके,
बस खामोश बैठे हैं उनकी यादो में,
न उसने याद किया न हम उसे भुला सके।
झूठी गवाही मांगेगा, सच को हकलाना पड़ेगा,
तुम बहुत सच बोलते हो, तुम्हें पछताना पड़ेगा।
बिछड़ कर आप से हमको ख़ुशी अच्छी नहीं लगती,
लबों पर ये बनावट की हँसी अच्छी नहीं लगती,
कभी तो खूब लगती थी मगर ये सोचते हैं हम,
कि मुझको क्यों मेरी ये ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती।
तुम्हारे बिन हमें ये जिन्दगी अच्छी नहीं लगती,
सनम तेरी निगाहों की नमी अच्छी नही लगती,
मुझे हासिल हुई दुनियां की दौलत और ये शोहरत,
मिला सब कुछ मगर तेरी कमी अच्छी नहीं लगती।
उम्मीद करते है की, आपको यह हमारा मूड ऑफ शायरी आपको जरूर पसंद आया होगा। आप हमारा यह लेख अपने मित्रो के साथ साझा कर सकते है, और हमें कमेंट में बता सकते है आपको हमारा यह लेख कैसा लगा।